Goldfish का वैज्ञानिक (Scientific) नाम Carassius auratus है। और वहीँ अगर आप हिंदी में जानना चाहे तो Goldfish ka scientific naam कैरासियस ऑराटस है ।
Goldfish को हिंदी में सुनहरी मछली भी कहा जाता है। तो कई बार आपके सामने ये सवाल “Goldfish ka Scientific Naam Kya hai” की जगह आपसे ऐसे भी पूछा जा सकता हैं “सुनहरी मछली का वैज्ञानिक नाम क्या है“, ये प्रश्न कई बार अलग अलग एग्जाम (Exams) में भी पूछा जा चूका है।
अब आप Goldfish का साइंटिफिक नाम तो जान ही चुके हैं। लेकिन अगर आप कैरासियस ऑराटस के बारे में और भी बहुत रोचक तथ्य जानना चाहते हैं तो हमारी इस पोस्ट जे जुड़े रहे और इसे अंत तक पढ़े आशा है आपको यह पोस्ट पढ़ कर बहुत सी अच्छी जानकारी मिलेगी।
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वैज्ञानिक वर्गीकरण
गोल्डफिश का वैज्ञानिक नाम | कैरासियस औराटस |
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हिंदी नाम | सुनहरी मछली |
जगत: | पशु |
वंश: | कैरासियस |
निवाश स्थान | साफ़ पानी (मीठा पानी) |
मूल श्रोत | चीन |
आकार | 20 Cm |
उम्र | छः से आठ वर्ष |
PH रेंज | 6.5 से 8.5 |
वजन | 3 किलो तक |
सम्भोग का समय | अप्रैल-मई |
लंबाई | 45 सेंटीमीटर तक |
भोजन | शैवाल,लार्वा,कीट आदि |
करासिय्स औराटस ताजे पानी की मछली है और सभी मछली प्रजातियों में से ये ही सब से ज्यादा एक्वेरियम में राखी जाती है। यही नहीं बल्कि पालतू बनाये जाने वाली सब से पहली मछली भी करासिय्स औराटस यानि Goldfish ही है, जो की पहली बार चीन में पाली गयी थी। गोल्डफिश गोल्डन क्रूसियन कार्प परिवार का एक सदस्य है। हालाँकि ये पूर्वी एशिया की मूल प्रजाति है परन्तु इसकी खोज या पहली बार पहचान 17वीं शताब्दी में यूरोप में हुई थी। सुनहरी मछली की पालतू बनाये जाने वाली बहुत सी अलग अलग किस्मे भी हैं।

Goldfish का आकार कैसा होता है ?
सी. औरेट्स की थूथन नोकीली होती है और एक ‘सी. कारासिय्स की थूथन अच्छी तरह से गोल होती है। सुनहरी मछली बहुत से अलग अलग रंगो में भी पाई जाती हैं। इनके इन्ही आकर्षक रंगो के कारण ही गोल्डफिश सब से ज्यादा पाली जाने वाली मछली हैं।
सुनहरी मछली की अधिकतम लम्बाई 20 सेंटीमीटर के अधिक भी हो सकती है। हालाँकि यह बहुत दुर्लभ है अधिकतर सुनहरी मछलियों की लम्बाई 15 सेंटीमीटर से काम ही पाई जाती है।
और वही कुछ उचित परिस्थितियों में इसका वज़न 4 किलोग्राम तक हो सकता है। हालाँकि अधिकतर सुनहरी मछलियां 1 से 2 किलोग्राम के बीच ही आकर की पाई जाती हैं। पालतू सुनहरी मछलियां आम तौर पर 6 से 8 वर्षों तक जीवित रह सकती हैं।
गोल्डफिश की अन्य किस्मे
- आम सुनहरीमछली
- काले मूर
- बब्ल आई
- दिव्य आंखें
- धूमकेतु (कोमेट)
- फैनटेल (पंखे नुमा पूंछ वाली)
- सिंह मस्तिष्क
- ओरानडा
- पर्लस्केल
- पोमपोम
- रयुकिन
- शुबनकिन
- दूरबीन आंख
- रैनचु
- पांडा मूर
- वेलटेल
- तितली पूंछ
- उल्का सुनहरी मछली
- लायनचु
- अंडा मछली सुनहरी
- शुकिन(Shukin)
- घुमावदार गिल सुनहरी मछली
- Tamasaba
- टोसाकिन
- सफेद टेलीस्कोप
गोल्डफिश के लिए अनुकूल वातावरण
Carassius auratus अथवा सुनहरीमछलियां धीमे या ठहरे हुए पानी के निकायों जैसे तालाब में निवास करती हैं। पानी की गहराई 20 मीटर तक इनके रहने के लिए बहुत अनुकूल है। इनके अधिक घरेलु पालन की एक वजह ये भी है। और ये ताज़ेपानी में रहते हैं जिसका pH 6.8-8.0 होना अनिवार्य है।
सुनहरी मछली 4°C से 41°C तापमान में भी जीवित रह सकते हैं, हालांकि उच्च तापमान में वे केवल कुछ समय तक ही रह सकते है। कुछ लोगों का मानना है कि गर्मी उन्हें जला देती है। हालांकि, सुनहरीमछली बाहरी तालाबों में रह सकती है जिसमें तापमान अक्सर 30°C से ऊपर पहुंच जाती है। जल के तापमान में अकस्मात परिवर्तन सुनहरीमछली के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
GoldFish का जीवन काल कितना होता है?
कुछ बहुत अनुकूल परिस्थितियों में GoldFish की उम्र 40 वर्ष तक भी हो सकती हैं, हालाँकि यह बहुत दुर्लभ बात है, अधिकतर घरेलु परिस्थितिओं जैसे एक्वेरियम में इनके जीवन काल में बहुत गिरावट आ जाती है तब ये 7-8 वर्ष तक ही जीवित रहती हैं ।
उम्मीद हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी और आपको काफी कुछ सीखने को मिला होगा। अगर आपके कुछ सवाल हैं तो आप निचे कमेंटबॉक्स में पूछ हैं।